वाशिंगटन, डीसी – उभरते और विकासशील देशों में किफ़ायती दवाओं तक पहुँच के बारे में होनेवाली चर्चा में अक्सर एक महत्वपूर्ण मुद्दे को अनदेखा कर दिया जाता है: इन देशों में सरकारें नेमी तौर पर जीवन के लिए महत्वपूर्ण दवाओं पर शुल्क और अन्य कर थोप देती हैं। हालाँकि इन उपायों से सामान्य राजस्व की प्राप्ति तो होती है, परंतु इनसे प्रभावित दवाएँ अधिक महँगी हो जाती हैं, जिससे ये दवाएँ उन बहुत-से लोगों के लिए पहुँच के बाहर हो जाती हैं जिन्हें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है।
वाशिंगटन, डीसी – उभरते और विकासशील देशों में किफ़ायती दवाओं तक पहुँच के बारे में होनेवाली चर्चा में अक्सर एक महत्वपूर्ण मुद्दे को अनदेखा कर दिया जाता है: इन देशों में सरकारें नेमी तौर पर जीवन के लिए महत्वपूर्ण दवाओं पर शुल्क और अन्य कर थोप देती हैं। हालाँकि इन उपायों से सामान्य राजस्व की प्राप्ति तो होती है, परंतु इनसे प्रभावित दवाएँ अधिक महँगी हो जाती हैं, जिससे ये दवाएँ उन बहुत-से लोगों के लिए पहुँच के बाहर हो जाती हैं जिन्हें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है।